Sunday, 4 May 2014

आवर्त कोष्टक में एक नया तत्व-117 सामिल होगा

आवर्त  कोष्टक में एक नया, सुपर भारी तत्व-117 सामिल होगा ।

Source : Times of India
भारत तथा ऑस्ट्रेलिया , फिनलैंड , जर्मनी , जापान , नार्वे, पोलैंड , स्वीडन , स्विट्जरलैंड , ब्रिटेन और अमेरिका में 16 संस्थाओं से 72 वैज्ञानिकों और इंजीनियर ने मिलकर 18 महीने के लंबे अभियान के बाद यह नयें तत्व का उत्पादन किया है।

नया तत्व-117, सीसा(Pb) के एक परमाणु की तुलना में 40% भारी हैं।

जर्मनी स्थित GSI accelerator laboratory ने नये तत्व-117 के क्षयन गुणधर्म(decay property) को मापा है। जिससे इस नये तत्व के अस्तित्व होने के आसार मजबूत हुए है।

आम तौर पर परमाणु संख्या -92 (युरेनियम) के बाद के तत्व अस्थायी होते है। इन तत्वो का अर्ध आयुष्य समय (t1/2) भी बहुत कम होता है। जिससे इन तत्वो संश्लेषण संभव नही होता। लेकिन, नया तत्व-117 का अर्ध आयुष्य समय (t1/2), इन कृत्रिम तत्वो से काफी लंबा है ।

परमाणु संख्या 117 के  तत्व की खोज के बारे में प्रारंभिक रिपोर्ट 2010 में जारी किए गए थे। नए तत्व 117 के संश्लेषण के लिए  विशेष बर्कीलियम(Bk) लक्ष्य सामग्री आवश्यक है।

प्रोफेसर होर्स्ट स्टोकर , (GSI, वैज्ञानिक निदेशक) ने कहा," तत्व 117 पर सफल प्रयोगों, 'island of stability' (स्थिरता का द्वीप) पर स्थित super-heavy elements (सुपर भारी तत्वों) तत्वों के उत्पादन और पता लगाने के लिए रास्ते पर एक महत्वपूर्ण कदम है । "

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