Source : esciencenews.com
एक ताजा अध्ययन के अनुसार, दो भारतीय वैज्ञानिकों ने अन्य स्वस्थ अंगों को प्रभावित किए बिना रोगग्रस्त ऊतकों (tissues) को विशेष दवाईयां देने के लिए "gold nanovehicle" विकसित किया है |
American Association of Pharmaceutical Scientists द्वारा प्रकाशित, AAPS PharmSciTech जर्नल में दिल्ली विश्वविद्यालय के Dr. Subho Mozumdar, और कोलंबिया विश्वविद्यालय(अमेरिका) के Dr. Arnab De के सहयोगात्मक प्रयास से "The extraordinary proof-of-concept study" अंतगर्त नेनो ड्रग्स (दवाईयां) की लागत को कम करने का अध्ययन किया है।
इस अध्ययन अनुसार "nanovehicle synthesising की लागत $ 1 (60 रु.)प्रति मिलीग्राम हो सकती है।
अमेरिकी पेप्टाइड सोसायटी द्वारा युवा अन्वेषक पुरस्कार से सम्मानित, Dr. Arnab De ने समझाया की, "नेनो व्हिकल का उत्पादन खर्च ज्यादा हो सकता है, लेकिन नेनो पार्टिकल्स का पृष्ठफल ज्यादा होने के कारण नेनो थेरापी में कम मात्रा में उपयोग किया जाता है। इस प्रकार दवाईयों का खर्च कम हो जाता है।"
आगे उन्होंने कहा," नेनो दवा स्वस्थ अंगों को बिना हानि पहुंचाए रोगग्रस्त ऊतकों (tissues) को सीधा लक्ष्य बनाती है। जिससे नेनो दवा की साइड इफेक्ट नहीं होती है। वर्तमान समय में उपलब्ध दवाईयां को बिना स्वस्थ अंगो को असर किए सीधा रोगग्रस्त ऊतकों (tissues) तक पहुंचाना संभव नहीं है।"
डॉ. Subho Mozumdar ने कहा : "हमने Nanovehicle के पृष्ठफल को tissue-ligand molecules (पेशी-लिगेन्ड अणु) और ड्रग्स के साथ काम करने के लिए काफी परिवर्तित किया है। "
"Tissue-ligand molecules (पेशी-लिगेन्ड अणु) खास रोगग्रस्त ऊतकों (tissues) को लक्ष बनाते हुए Nanovehicle को रोगग्रस्त ऊतकों (tissues) की तरफ ले जाते है। जहां Nanovehicle के साथ जुडी हुई दवा मुक्त हो जाती है। इस तरह दवा सीधी रोगग्रस्त ऊतकों (tissues) असर करती है।"
लेकिन, डॉ Dr. Arnab De चेतावनी दी है की, "nanovehicle हमारी रोगप्रतिकारक प्रणाली (immunogenic concern) के साथ अनुकूलन हो जाएगा इसकी गारंटी नहीं है ।"
यह एक और संशोधन का विषय बन जाता है।
एक ताजा अध्ययन के अनुसार, दो भारतीय वैज्ञानिकों ने अन्य स्वस्थ अंगों को प्रभावित किए बिना रोगग्रस्त ऊतकों (tissues) को विशेष दवाईयां देने के लिए "gold nanovehicle" विकसित किया है |

इस अध्ययन अनुसार "nanovehicle synthesising की लागत $ 1 (60 रु.)प्रति मिलीग्राम हो सकती है।
अमेरिकी पेप्टाइड सोसायटी द्वारा युवा अन्वेषक पुरस्कार से सम्मानित, Dr. Arnab De ने समझाया की, "नेनो व्हिकल का उत्पादन खर्च ज्यादा हो सकता है, लेकिन नेनो पार्टिकल्स का पृष्ठफल ज्यादा होने के कारण नेनो थेरापी में कम मात्रा में उपयोग किया जाता है। इस प्रकार दवाईयों का खर्च कम हो जाता है।"
आगे उन्होंने कहा," नेनो दवा स्वस्थ अंगों को बिना हानि पहुंचाए रोगग्रस्त ऊतकों (tissues) को सीधा लक्ष्य बनाती है। जिससे नेनो दवा की साइड इफेक्ट नहीं होती है। वर्तमान समय में उपलब्ध दवाईयां को बिना स्वस्थ अंगो को असर किए सीधा रोगग्रस्त ऊतकों (tissues) तक पहुंचाना संभव नहीं है।"
डॉ. Subho Mozumdar ने कहा : "हमने Nanovehicle के पृष्ठफल को tissue-ligand molecules (पेशी-लिगेन्ड अणु) और ड्रग्स के साथ काम करने के लिए काफी परिवर्तित किया है। "
"Tissue-ligand molecules (पेशी-लिगेन्ड अणु) खास रोगग्रस्त ऊतकों (tissues) को लक्ष बनाते हुए Nanovehicle को रोगग्रस्त ऊतकों (tissues) की तरफ ले जाते है। जहां Nanovehicle के साथ जुडी हुई दवा मुक्त हो जाती है। इस तरह दवा सीधी रोगग्रस्त ऊतकों (tissues) असर करती है।"
लेकिन, डॉ Dr. Arnab De चेतावनी दी है की, "nanovehicle हमारी रोगप्रतिकारक प्रणाली (immunogenic concern) के साथ अनुकूलन हो जाएगा इसकी गारंटी नहीं है ।"
यह एक और संशोधन का विषय बन जाता है।
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