source : times of india, sciencedaily.org
एक संशोधन से पता चला है की, हमारे बालों का रंग सुनहरा पीला (blonde) या काला ब्राउन (brunette) हमारे जिनेटीक कॉड के एक अक्षर के परिवर्तन से बदला जा सकेगा।
संशोधक डेविड किंगस्ले (Howard Hughes Medical Institute-HHMI)ने मछलीयो की त्वचा, बाल, आँख के रंग के लक्षणों को नियंत्रण करने वाले जिनेटीक कॉड का पता लगा लिया है । डेविड ने इस प्रकार का संशोधन मनुष्य के जनीनिक बंधारण पर भी किया है ।
संशोधक डेविड किंगस्ले इस संशोधन को समझते हुए कहते है," मनुष्य के बाल का रंग सुनहरा पीला (blonde) या काला ब्राउन (brunette) होन या इसकी आंख के रंग में विविधता "रंग लक्षण" (pigment trait) के जिनेटिक कॉड की विशेषता है। निश्चित जिनेटीक कॉड मानव जाति में खास लक्षण (trait) प्रदर्शित करता है । अगर जिनेटीक कॉड में थोडा भी बदलाव करे तो मनुष्य जाति में नया लक्षण प्रदर्शित होगा।"
अपनी बात को समजाते हुए डेविड बताते है की, "उत्तरीय युरोप के लोगों में सुनहरे पीले (blonde) बाल का लक्षण (trait) ज्यादा देखने को मिलता है । उनके DNA कॉड में KITLG प्रोटीन का कॉड इस लक्षण (trait) का नियंत्रण करता है ।

मनुष्य कें 23 जोड रंगसूत्रो में 12 नंबर की जोड के रंगसूत्र के KITLG प्रोटीन कॉड में बदलाव करके ब्राउन काले (brunette) बाल का लक्षण (trait) प्रदर्शित किया जा सकता है ।
KITLG प्रोटीन कॉड की शृंखला में 3,50,000 न्युक्लियोटाइड दूर एक न्युक्लियोटाइड में ऐडेनीन (Adenine) की जगह गुआनीन (guianine) दाखिल करने से ब्राउन काले (brunette) बाल का लक्षण (trait) 20% प्रदर्शित हो सकता है । "
यह बदलाव छोटा है लेकिन जीव विज्ञान के क्षेत्र में यह एक बडी उपलब्धी है । इस प्रकार के जिनेटीक कॉड बदलाव के प्रयोग चूहों पर किए गये है । जिनमें प्रयोगो में कुछ सफलता मिली है ।
Boundry :
कोलेजीयन कन्या बोलेगी "डोक्टर साहब ! प्लीज मेरे बाल पिन्क कलर के कर दो ! यह रहा मेरे जिनेटीक बायोडेटा...."
(यहां प्रदर्शित फोटो में कलाकारों के बाल "कलर डाई" किए हुए है ।)
एक संशोधन से पता चला है की, हमारे बालों का रंग सुनहरा पीला (blonde) या काला ब्राउन (brunette) हमारे जिनेटीक कॉड के एक अक्षर के परिवर्तन से बदला जा सकेगा।
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केट पेरी -hollywood |
संशोधक डेविड किंगस्ले (Howard Hughes Medical Institute-HHMI)ने मछलीयो की त्वचा, बाल, आँख के रंग के लक्षणों को नियंत्रण करने वाले जिनेटीक कॉड का पता लगा लिया है । डेविड ने इस प्रकार का संशोधन मनुष्य के जनीनिक बंधारण पर भी किया है ।
रंग बदलना कैसे संभव होगा ?
अपनी बात को समजाते हुए डेविड बताते है की, "उत्तरीय युरोप के लोगों में सुनहरे पीले (blonde) बाल का लक्षण (trait) ज्यादा देखने को मिलता है । उनके DNA कॉड में KITLG प्रोटीन का कॉड इस लक्षण (trait) का नियंत्रण करता है ।

मनुष्य कें 23 जोड रंगसूत्रो में 12 नंबर की जोड के रंगसूत्र के KITLG प्रोटीन कॉड में बदलाव करके ब्राउन काले (brunette) बाल का लक्षण (trait) प्रदर्शित किया जा सकता है ।
KITLG प्रोटीन कॉड की शृंखला में 3,50,000 न्युक्लियोटाइड दूर एक न्युक्लियोटाइड में ऐडेनीन (Adenine) की जगह गुआनीन (guianine) दाखिल करने से ब्राउन काले (brunette) बाल का लक्षण (trait) 20% प्रदर्शित हो सकता है । "
यह बदलाव छोटा है लेकिन जीव विज्ञान के क्षेत्र में यह एक बडी उपलब्धी है । इस प्रकार के जिनेटीक कॉड बदलाव के प्रयोग चूहों पर किए गये है । जिनमें प्रयोगो में कुछ सफलता मिली है ।
Boundry :
कोलेजीयन कन्या बोलेगी "डोक्टर साहब ! प्लीज मेरे बाल पिन्क कलर के कर दो ! यह रहा मेरे जिनेटीक बायोडेटा...."
(यहां प्रदर्शित फोटो में कलाकारों के बाल "कलर डाई" किए हुए है ।)
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