source : newyorktimes.com, sciencedaily.org
2012 से रशिया की मदद से इन्टरनेशनल स्पेश स्टेशन (ISS) को हर महिने सामान पहोंचाने के लिए एक केप्सुल से बना शटल भेजा जा रहा है । ये शटल ISS के साथ जुड सकता है और फिर काम समाप्त होने के बाद उसे पृथ्वी की तरफ फेंक दिया जाता है । यह शटल पृथ्वी पर अपने पेराशुट से जमीन या पानी में उतर जाता है । नौसेना के जहाज से उसे वहां से बरामद कर लिया जाता है।
अब SpaceX कंपनी ने उसी केप्सुल (यान)को आधुनिक रूप देते हुए, अंतरिक्ष में मालसामान एवं अवकाशयात्रीयो को भी ले जा सके इस प्रकार तैयार किया है । इस यान में एक साथ 7 अवकाशयात्री जा सकते है । इस यान के अपने रोकेट इन्जिंस है, जिनकी मदद से वह तैर सकता है । इस कारण यान अपने आप ISS के साथ जुड पाएगा । और पृथ्वी पर उतरने के समय इसी रोकेट इन्जिंस का उपयोग करके हेलिकोप्टर की तरह उसे इच्छित जगह पर उतारा जा सकेगा । ड्रेगन V2 के अंदर टच स्क्रीन कम्य्प्युट है, जिससे इस यान का संचालन नियंत्रीत किया जा सकता है।
यह ज्ञात हो की, कोलंबिया दुर्घटना के बाद NASA ने स्पेश शटल की ऊडान को बंध कर दिया है । अंतिम स्पेश शटल ‘डिस्कवरी’ को भी निवृत्त कर दिया है । ISS को सामान पहोंचाने के लिए रशिया की मदद ली जा रही है, अब, अमेरिकन प्राइवेट कंपनी SpaceX ने ड्रेगन V2 को ईजाद करके NASA के काम में मदद की है ।
2012 से रशिया की मदद से इन्टरनेशनल स्पेश स्टेशन (ISS) को हर महिने सामान पहोंचाने के लिए एक केप्सुल से बना शटल भेजा जा रहा है । ये शटल ISS के साथ जुड सकता है और फिर काम समाप्त होने के बाद उसे पृथ्वी की तरफ फेंक दिया जाता है । यह शटल पृथ्वी पर अपने पेराशुट से जमीन या पानी में उतर जाता है । नौसेना के जहाज से उसे वहां से बरामद कर लिया जाता है।
ISS के साथ जुडा हुआ केप्सुल (2013)
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अब SpaceX कंपनी ने उसी केप्सुल (यान)को आधुनिक रूप देते हुए, अंतरिक्ष में मालसामान एवं अवकाशयात्रीयो को भी ले जा सके इस प्रकार तैयार किया है । इस यान में एक साथ 7 अवकाशयात्री जा सकते है । इस यान के अपने रोकेट इन्जिंस है, जिनकी मदद से वह तैर सकता है । इस कारण यान अपने आप ISS के साथ जुड पाएगा । और पृथ्वी पर उतरने के समय इसी रोकेट इन्जिंस का उपयोग करके हेलिकोप्टर की तरह उसे इच्छित जगह पर उतारा जा सकेगा । ड्रेगन V2 के अंदर टच स्क्रीन कम्य्प्युट है, जिससे इस यान का संचालन नियंत्रीत किया जा सकता है।
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ड्रेगन V2 |
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